Song:- Main Mandeer Hu Tera [मै मंदीर हूँ तेरा]
Album:-
Singer:- Ps.Anil kant and family
मै मंदीर हूँ तेरा …….
मेरी सांस में तेरी सांस हैं
मेरी रूह में में पाक हैं
मेरी आँख में तेरी आँख हैं
मेरे हाथ में तेरा हाथ हैं
तू चले मैं चलू ,तू रुके मैं रुकू
तू कहे जो मैं वही करू …….[ २ ]
तू छू मैं छू ,जो कहे वो करू
१.रूह ना जिस्म सब सोंप दू
मैं मंदीर हु तेरा …..जिन्दा घर हूँ तेरा
मेरी मर्जी अब नहीं तेरी होगी रजा
यही बन गया हैं मेरा सारा जीवन ए खुदा
ए खुदा ए खुदा ………
२. तेरा जलाल मुझमे दिखे
सूरत तेरी मैं बनू
रूह तेरा,हैं मुझमे तो
आज़ाद हु पाक रु
ऐसा बर्तन बनू,जिसमे ते हैं भरा
झट मिट जाये करसे खरा
मैं खुदावंद में हु हो गया हु नया
जो पुराना था जाता रहा
मैं मंदीर हु तेरा …….
३.ए मददगार तुझसे हैं प्यार
ए पाक रूह पाक रूह
सिखला मुझे अपना कलाम
दिखला मुझे राह तू
तूने मुझको चुना मुझमे रहने लगा
ऐसा मुझपे करम हैं किया
पापी इतना बड़ा जो गुन्हेगार था
अपना बीटा मुझे कर दिया
मैं मंदिर हूँ तेरा ……..